18 साल के लंबे इंतजार और कई बार दिल टूटने के बाद, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने आखिरकार अपना पहला IPL खिताब जीत लिया और Virat Kohli के लिए यह किसी सपने के सच होने जैसा था।

अहमदाबाद में खेले गए रोमांचक फाइनल में बैंगलोर ने पंजाब किंग्स को 6 रन से हराकर इतिहास रच दिया। जैसे ही मैच की आखिरी गेंद पर शशांक सिंह ने छक्का जड़ा, कोहली बाउंड्री लाइन के पास खड़े-खड़े घुटनों पर गिर पड़े। उनकी आंखों से आंसू बहने लगे — यह सिर्फ जीत का नहीं, बल्कि सालों की मेहनत, संघर्ष और उम्मीदों का पल था।
जोश हेजलवुड की आखिरी गेंद के बाद पूरा RCB टीम कोहली की ओर दौड़ पड़ी। राजत पाटीदार, क्रुणाल पांड्या और जितेश शर्मा सहित तमाम खिलाड़ी उन्हें गले लगाने पहुंचे। वह पल जश्न से ज्यादा, एक भावनात्मक सफर का मुकाम था।
विराट कोहली के लिए, जिन्होंने RCB को सालों तक संभाला और हर असफलता के बाद उम्मीद कायम रखी — यह जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि एक सपना सच होने जैसा था।