बेंगलुरु में हुए दर्दनाक हादसे के बाद कर्नाटक सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। बुधवार को आईपीएल विजय जश्न के दौरान हुई भगदड़ में 11 युवाओं की मौत के बाद राज्य मंत्रिमंडल ने उच्चस्तरीय बैठक कर कई अहम फैसले लिए। बैठक में बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर दयानंद सहित कई वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया।

इसके अलावा कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA), रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) फ्रेंचाइज़ी और डीएनए इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के वरिष्ठ प्रतिनिधियों की गिरफ्तारी के आदेश भी दिए गए हैं। सरकार का मानना है कि इन तीन संगठनों की लापरवाही के कारण यह दुखद हादसा हुआ।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “कैबिनेट ने कल की भगदड़ पर गंभीरता से चर्चा की। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि केएससीए, आरसीबी और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी की गैर-जिम्मेदारी और लापरवाही इस घटना की वजह बनी। इसलिए कैबिनेट ने इन्हें गिरफ्तार करने और कानूनी कार्रवाई शुरू करने का निर्णय लिया है।”
सरकार ने इस मामले की न्यायिक जांच के आदेश भी दिए हैं। सेवानिवृत्त न्यायाधीश माइकल कुन्हा इस एकल सदस्यीय आयोग की अगुवाई करेंगे। जिन अधिकारियों को निलंबित किया गया है, उनमें बेंगलुरु पश्चिम के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त विकास कुमार विकास, केंद्रीय डिवीजन के डीसीपी शेखर टे्क्कनावर, एसीपी (कब्बन पार्क) सी. बालकृष्ण और इंस्पेक्टर ए. के. गिरीश शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने भावुक होते हुए कहा, “मेरे 40 साल के राजनीतिक जीवन में मैंने ऐसा दर्दनाक हादसा नहीं देखा। यह घटना हमें भीतर से झकझोर गई है। सरकार इस मामले में दोषी किसी को भी नहीं बख्शेगी।”